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गुरूग्राम (जतिन/राजा) 
कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री(सीआईआई) की गुडग़ांव जोनल काउंसिल की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन द लीला एंबियंस, गुरुग्राम में हुआ। इस दौरान व्यापार और उद्योग क्षेत्र से जुड़े कई प्रमुख प्रतिनिधियों, उद्यमियों और नीति निर्माताओं ने भाग लिया। इस बैठक में भविष्य के आर्थिक परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए उद्योग जगत की रणनीतिक प्राथमिकताओं पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।

सीआईआई गुडग़ांव जोन काउंसिल के अध्यक्ष एवं कैपेरो मारुति लिमिटेड के सीईओ विनोद बापना की अध्यक्षता में आयोजित इस सत्र में उद्योग-सरकार सहयोग बढ़ाने, बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, नवाचार को बढ़ावा देने और विभिन्न क्षेत्रों में सतत विकास को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस अवसर पर टिकाऊ विकास (सस्टेनेबल डेवलपमेंट), डिजिटल परिवर्तन, कौशल विकास, एमएसएमई सेक्टर की मजबूती, और गुड़गांव में निवेश को आकर्षित करने की रणनीतियों पर गहन चर्चा की गई।
सीआईआई गुडग़ांव जोनल काउंसिल के अध्यक्ष एवं कपारो मारुति लिमिटेड के सीईओ विनोद बापना ने बताया कि बैठक का उद्देश्य व्यापार जगत को भविष्य की चुनौतियों और अवसरों के प्रति तैयार करना और एक साझा विजऩ तैयार करना जिससे उद्योगों की वृद्धि को गति मिल सके। बापना ने कहा कि उद्योग जगत को सरकार के विकास एजेंडे के साथ तालमेल बैठाना चाहिए, विशेष तौर पर बुनियादी ढांचे, कौशल विकास, स्थिरता और व्यापार करने में आसानी हो सके। उन्होंने कहा कि गुरूग्राम अपने विकास पथ पर एक महत्वपूर्ण बिंदु पर खड़ा है। सीआईआई इस क्षेत्र में समावेशी और सतत विकास के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से उद्योग और सरकार के बीच संवाद का मजबूत मंच तैयार होता है, जिससे नीतियों के निर्माण में व्यावहारिक दृष्टिकोण को शामिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ये आयोजन ना केवल विचारों के आदान-प्रदान का माध्यम बनते है, बल्कि एक ऐसे रोडमैप की रूपरेखा भी प्रस्तुत की गयी, जो आने वाले वर्षों में गुडग़ांव और आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों के सतत विकास को नई दिशा मिलेगी।


परिषद ने डीसी गुरुग्राम, जीएमडीए, एमसीजी, एचएसआईआईडीसी और अन्य सहित स्थानीय अधिकारियों के साथ सहभागिता बढ़ाने के तंत्रों पर चर्चा की, ताकि उद्योगों द्वारा सामना किए जाने वाले जमीनी मुद्दों को हल किया जा सके और सेवा वितरण, जलभराव, यातायात प्रबंधन, अपशिष्ट प्रबंधन, औद्योगिक प्रतिस्पर्धा, वर्षा जल संचयन में सुधार किया जा सके। परिषद ने उद्योग-आधारित कौशल कार्यक्रमों को बढ़ावा देकर, शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी करके और उद्योग 4.0 की मांगों के अनुरूप नौकरी की तैयारी को सुविधाजनक बनाकर कौशल अंतर को पाटने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया।

सत्र में गुरुग्राम क्षेत्र के 40 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया और इसका समापन 2025 के लिए कार्रवाई योग्य प्राथमिकताओं के रोडमैप के साथ हुआ, जिसमें सरकार-उद्योग संवाद में वृद्धि, क्लस्टर विकास पहल, एमएसएमई के लिए समर्थन और वैश्विक व्यापार केंद्र के रूप में गुरुग्राम ब्रांड को मजबूत करना शामिल रहा। इस मौके पर सीआईआई गुरुग्राम जोन के वाईस प्रेसिडेंट व मीनाक्षी पॉलिमर्स के सीईओ कुणाल सोनी ने सभी पदाधिकारीयों व अतिथिगण का जोरदार स्वागत किया।