हिसार ।
हिसार लोकसभा सीट से टिकट न मिलने के बाद नाराज चल रहे कुलदीप बिश्नोई एक बार फिर एक्टिव हो गए हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव के बाद कुलदीप बिश्ननोई के विधायक बेटे भव्य को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। बदले में पार्टी की ओर से यह शर्त रखी गई है कि उन्हें भाजपा उम्मीदवार रणजीत सिंह चौटाला के समर्थन में सड़कों पर उतरकर वोट मांगने होंगे।
इसके बाद से कुलदीप बिश्नोई लगातार फील्ड में एक्टिव हैं। अब तक वह और उनके बेटे भव्य बिश्नोई एक बार सार्वजनिक रूप से और एक बार समर्थकों की मीटिंग बुलाकर चौटाला के पक्ष में वोट देने की अपील कर चुके हैं। हालांकि, यह भी चर्चा है कि रणजीत सिंह चौटाला को भी भाजपा की ओर से यह आश्वासन दिया गया है कि यदि वह लोकसभा चुनाव हार जाते हैं तो नायब सैनी सरकार में उनका मंत्री पद बरकरार रखा जाएगा। कुलदीप बिश्नोई हिसार से भाजपा के टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर उनके स्थान पर नायब सैनी सरकार के कैबिनेट मंत्री रणजीत सिंह चौटाला को टिकट दे दिया। इसके बाद कुलदीप अपने बेटे भव्य के साथ घर बैठ गए। पहली बार टिकट न मिलने की नाराजगी बेटे भव्य ने X पर पोस्ट डालकर जाहिर की थी। इसके बाद कुलदीप बिश्नोई ने वीडियो जारी कर सफाई दी थी।
सबसे अहम बात यह रही थी कि वह देश की सबसे अमीर महिला सावित्री देवी की BJP के जॉइनिंग कार्यक्रम तक में नहीं पहुंचे थे। इसके बाद वह अपने बेटे के साथ दिल्ली स्थित अपने आवास चले गए। नाराज कुलदीप बिश्नोई को मनाने के लिए भाजपा ने मुख्यमंत्री नायब सैनी को जिम्मेदारी दी थी। सीएम खुद दिल्ली स्थित बिश्नोई हाउस में कुलदीप बिश्नोई से मिलने पहुंच गए थे। यहां सीएम ने बिश्नोई परिवार के साथ ब्रेकफास्ट किया। इस दौरान कुलदीप की पत्नी रेणुका और बेटे भव्य भी मौजूद थे।
दिल्ली में मुलाकात के बाद ही कुलदीप बिश्नोई के विधायक बेटे भव्य बिश्नोई को भाजपा ने भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) में हरियाणा प्रभारी की जिम्मेदारी दे दी। नायब सैनी के पास ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी है। ओपी धनखड़ से यह जिम्मेदारी लेने के बाद सैनी को यह दायित्व दिया गया था। हालांकि बाद में वह मुख्यमंत्री भी बन गए।