गुरूग्राम (जतिन/राजा)
गुरुग्राम के लोगों का लंबा इंतजार खत्म होने वाला है। बहुप्रतीक्षित ओल्ड सिटी मेट्रो प्रोजेक्ट का काम आखिरकार जमीन पर उतरने जा रहा है। 5 सितंबर को सेक्टर-44 स्थित जीएमडीए कार्यालय के सामने इस महत्वपूर्ण परियोजना का भूमि पूजन कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस अवसर पर केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी शिरकत की।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) गुरुग्राम के चेयरमैन और कैपेरो मारुती के सीईओ विनोद बापना ने सरकार के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि यह परियोजना सिर्फ एक परिवहन योजना नहीं है, बल्कि यह गुरुग्राम की शहरी पहचान और विकास की नई दिशा तय करेगी। बापना ने कहा कि गुरुग्राम से सबसे अधिक राजस्व आता है, फिर भी शहर को जलभराव और यातायात जैसी कई समस्याओं से जूझना पड़ता था।
उन्होंने उम्मीद जताई कि यह मेट्रो परियोजना इन समस्याओं को कम करने में सहायक होगी। उन्होंने सरकार से इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा करने का आग्रह भी किया है ताकि गुरुग्राम का विकास और तेजी से हो सके।
बापना ने कहा कि यह मेट्रो परियोजना न केवल लोगों के लिए यात्रा को आसान बनाएगी बल्कि गुरुग्राम के विकास में भी एक मील का पत्थर साबित होगी तथा शहर के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगा और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा।
प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देते हुए सीआईआई गुरुग्राम के चेयरमैन और कैपेरो मारुती के सीईओ विनोद बापना ने कहा कि यह परियोजना गुरुग्राम के लिए एक नई सुबह लेकर आएगी। परियोजना के तहत करीब 28.5 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 27 अत्याधुनिक मेट्रो स्टेशन होंगे।
इसका मुख्य उद्देश्य ओल्ड गुरुग्राम को न्यू गुरुग्राम और शहर के सबसे व्यस्त हिस्सों से जोडऩा है। इस प्रोजेक्ट से न केवल कनेक्टिविटी बेहतर होगी बल्कि शहर की पहचान और भविष्य के विकास को भी एक नई दिशा मिलेगी।
उन्होंने बताया कि भूमि पूजन से पहले ही निर्माण की तैयारियां शुरू हो चुकी थी। सेक्टर-44 में पाइलिंग रिंग मशीन तैनात कर दी गई थी, जो पिलर की नींव डालने का काम कर रही थी। इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस और जीएमडीए मिलकर एक विस्तृत डायवर्जन प्लान भी तैयार किया गया है, ताकि निर्माण कार्य के दौरान यातायात पर कम से कम असर पड़े।