गुरूग्राम , जतिन/राजा
केंद्र सरकार के जीएसटी परिषद की बैठक में लिए गए फैसलों ने भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में एक नई उम्मीद जगाई है। खासकर छोटे और बजट सेगमेंट के वाहनों पर जीएसटी दर को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत करने का निर्णय एक बड़ा कदम है।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) गुरुग्राम के चेयरमैन व कैपेरो मारुती के सीईओ विनोद बापना ने इस कदम का स्वागत करते हुए इसे सही दिशा में लिया गया एक ऐतिहासिक निर्णय बताया है।
चेयरमेन विनोद बापना ने सीआईआई गुरुग्राम कि तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व वित्तमंत्री सीतारमण का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह फैसला न सिर्फ ऑटोमोबाइल उद्योग को मंदी के दौर से बाहर निकालेगा, बल्कि सीधे तौर पर आम खरीदार को भी फायदा पहुंचाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से ऑटोमोबाइल उद्योग बिक्री में कमी का सामना कर रहा था। जीएसटी दरों में यह कटौती मांग को बढ़ाएगी, जिससे उत्पादन और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
उन्होंने कहा कि छोटे पैसेंजर वाहनों, दोपहिया वाहनों और ट्रैक्टरों पर टैक्स कम करने का निर्णय दर्शाता है कि सरकार अर्थव्यवस्था के निचले तबके के हितों को लेकर गंभीर है।
विनोद बापना ने कहा कि 350सीसी तक की मोटरसाइकिलों पर जीएसटी दर में कमी से युवाओं और ग्रामीण क्षेत्रों में दोपहिया वाहनों की बिक्री में वृद्धि होगी। यह आवागमन को आसान बनाएगा और आर्थिक गतिविधियों को गति देगा।
ट्रैक्टर जैसे कृषि उपकरणों पर जीएसटी दरों में कटौती से किसानों को सीधा फायदा होगा। यह कदम कृषि क्षेत्र की उत्पादकता को बढ़ाने में मदद करेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा, जो भारत की समग्र आर्थिक प्रगति के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि 1200सीसी (पेट्रोल) और 1500सीसी (डीजल) से कम इंजन क्षमता वाले छोटे वाहनों पर टैक्स कम होने से आम परिवारों के लिए कार खरीदना अब अधिक किफायती हो जाएगा। इससे मध्यम वर्ग के सपने पूरे होंगे और बाजार में सकारात्मक माहौल बनेगा।
बापना ने बताया कि इस फैसले से बाजार में तरलता बढ़ेगी और कंज्यूमर का भरोसा लौटेगा। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ टैक्स में कमी नहीं, बल्कि एक सकारात्मक संदेश है कि सरकार उद्योग और आम नागरिकों के बीच संतुलन साधने के लिए तैयार है। यह कदम ऑटोमोबाइल सेक्टर में स्थिरता लाएगा और दीर्घकालिक विकास को बढ़ावा देगा तथा यह कदम एक स्वस्थ और टिकाऊ अर्थव्यवस्था की नींव रखेगा।