महेंद्रगढ़।
महेंद्रगढ़ से कांग्रेस विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी राव दान सिंह के घर एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने रेड की है। ED टीम गुरुवार सुबह राव दान सिंह के शंकर कॉलोनी स्थित भाई राव राजकुमार के घर और रेवाड़ी रोड स्थित फॉर्म हाउस पर पहुंची। दोनों जगह सुरक्षा बल तैनात किया गया है। किसी को आने-जाने नहीं दिया जा रहा।
राव राजकुमार को-ऑपरेटिव सोसाइटी के पूर्व चेयरमैन रहे हैं। अभी तक पता नहीं चल पाया है कि रेड किस केस को लेकर हुई है। ED के तरफ से भी कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ED ने 1392 करोड़ के बैंक घोटाले के केस में 5 शहरों में 15 ठिकानों पर दबिश दी है। गुरुग्राम की टीम राव दान सिंह, मेसर्स एलाइड स्ट्रिप्स लिमिटेड के अक्षत सिंह, प्रमोटर मोहिंदर अग्रवाल और गौरव अग्रवाल के दिल्ली, गुरुग्राम, महेंद्रगढ़, बहादुरगढ़ समेत 15 जगहों पर टीम डॉक्यूमेंट खंगाल रही है।
2 दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह महेंद्रगढ़ में पिछड़ा वर्ग सम्मान सम्मेलन में पहुंचे थे। यहां उन्होंने कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कहा था कि मैं एक-एक पाई का हिसाब लेकर आया हूं।
एक माह पहले संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सिफारिश पर ही राव दान सिंह को भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ाया गया। हालांकि दान सिंह इस चुनाव में हार गए। जबकि इस सीट पर पूर्व मंत्री किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी दावेदार थी। श्रुति की टिकट कटने के कारण ही वो किरण नाराज हुई और कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गईं।
आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी घोटाले में राव दान सिंह के परिवार के तार जुड़े थे। ED की जयपुर ब्रांच में वर्ष 2019 में इस मामले को टेकओवर किया। हरियाणा के रेवाड़ी के अलावा महेंद्रगढ़ और नारनौल में जो जमीनें खरीदी, उसमें एक कंपनी का नाम सामने आया।
ED ने राहुल मोदी, मुकेश मोदी, प्रियंका मोदी, आदर्श समूह, आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के कई अधिकारियों के अलावा 6 राज्यों के तकरीबन सवा सौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें आरोपी बनाया। इनमें एक नाम महेंद्रगढ़ से कांग्रेस विधायक राव दान सिंह के बेटे अक्षत राव का भी था। लोकसभा चुनाव के दौरान अक्षत राव की घोटाले में भूमिका पर राव दान सिंह से कहा था कि यह केस खत्म हो चुका है। इस घोटाले से उनका या उनके परिवार के किसी सदस्य का कोई लेना-देना नहीं है। आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव घोटाले में छोटी सी एंट्री एक कंपनी के हवाले से आ जाने के कारण ED ने हमें जांच में शामिल किया था। हमारा कोई मामला नहीं है।
आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी (ACCS) एक पोंजी स्कीम है। इसके डायरेक्टर्स में मुकेश मोदी और राहुल मोदी प्रमुख थे। इनका मुख्यालय अहमदाबाद में है।
ED के अधिकारियों के मुताबिक मुकेश मोदी और उनके परिवार के सदस्य लगभग 20 लाख से अधिक जमाकर्ताओं को धोखा देकर पोंजी योजनाएं चला रहे थे। इन लोगों ने कई राज्यों में हजारों लोगों को चूना लगाते हुए उनसे लाखों-करोड़ों रुपए का निवेश करवाया। उन्होंने लोगों को मार्केट से ज्यादा ब्याज देने का लालच दिया। इसके चलते लोग उनके जाल में फंसते चले गए।बाद में मुकेश मोदी, राहुल मोदी और उनके परिवार के सदस्यों ने स्कीम की सारी रकम निकाल ली और इससे प्रॉपर्टी खरीद ली। इसमें से ज्यादातर प्रॉपर्टी राजस्थान और हरियाणा में खरीदी गईं।
महेंद्रगढ़ से 4 बार के MLA राव दान सिंह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सबसे ज्यादा करीबियों में से एक हैं। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने हरियाणा में एंट्री की तब पूर्व सीएम हुड्डा ने इस यात्रा की पूरी कमान राव दान सिंह को सौंपी थी। दान सिंह तत्कालीन हुड्डा सरकार में काफी हैवीवेट मंत्रालय में सीपीएस भी रह चुके हैं।
उनके बेटे अक्षत राव हरियाणा में युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रह चुके हैं। अक्षत राव बीजेपी के सीनियर नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह के दामाद हैं। राजनीतिक लोगों की मानें तो 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले अक्षत का नाम आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी घोटाले में आने के बाद ही सीटिंग MLA होने के बावजूद राव नरबीर सिंह की गुरुग्राम के बादशाहपुर सीट से बीजेपी की टिकट कट गई थी। हालांकि उनके पिता दान सिंह ने महेंद्रगढ़ से कांग्रेस की टिकट पर चुना लड़ा और जीत भी गए।
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